Birthday Report
Devdutt
2012-01-01 23:00
Valsad,Valsad,Gujarat,India
सूची
सूची | शीर्षक |
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1 | आपके प्रश्न का उत्तर |
2 | |
3 | |
4 | व्यक्तिगत उपाय |
5 | जन्म विवरण (Customer and Partner’s chart ) |
A. कुंडली विवरण | |
B. लग्न कुंडली | |
C. चंद्र कुंडली | |
D. नवमांश कुंडली | |
E. विमशोत्तरी महा दशा & अंतर दशा समय |
आपके प्रश्न का उत्तर
प्रिय देवदत्त , आपके प्रश्न के उत्तर में बताना चाहूंगी कि आपको पुनः विदेश में काम करने का मौका 14 दिसंबर 2023 से 3 जून 2024 के मध्य मिलने की संभावना है । यदि किसी कारणवश यह समय निकल जाता है तो आप नवंबर 2024 के बाद विदेश में पुनः नौकरी करने के साथ ही साथ वहां सफलता भी अर्जित कर सकते हैं। एक क्षीण सी संभावना इस बात की भी है कि आपको अप्रैल 2023 से 14 अक्टूबर 2023 के मध्य पुनः कोई अवसर मिल जाए। परंतु आपको केवल आश्वासन पर विश्वास नहीं करना होगा क्योंकि इस वर्ष आपके वर्षेश शनि हैं वह आपके लिए बहुत से tempting ऑफर्स लेकर आएंगे परंतु उनको स्वीकार करने के लिए आपको एक निश्चित समीकरण तय करना होगा।
एक ओर वर्ष के स्वामी शनि हैं तो दूसरी ओर आप शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में भी हैं, अतः कुछ कारणों से देर आपको लोगों पर बेवजह शक करने पर मजबूर कर सकती है। आपको चाहिए कि अपना विश्वास बनाए रखें और अपने प्रयास भी लगातार करते रहें । लाभ के लिए आपको शनि देव और भगवान श्री गणेश की उपासना लगातार करनी चाहिए।
क्योंकि आपके भाग्य के स्वामी बुध अस्त हैं अतः आपको एक अच्छी क्वालिटी का बुध का रत्न पन्ना भी धारण कर लेना चाहिए।
करिअर और धन
करिअर
करियर के लिए यह वर्ष महत्वपूर्ण है जब वर्षेश शनि हैं और 25 मार्च 2023 से आपके लग्न के स्वामी शुक्र की दशा आपको तरक्की के अवसर देगी। दूसरी ओर जैसा कि पहले भी वर्णित है आपको थोड़ी सावधानी समय-समय पर बरतनी होगी। आपकी जन्म पत्रिका यह संकेत देती है कि आप आप ईमानदार और मेहनती हैं लेकिन आपके मन में हर समय कुछ समानांतर चल रहा होता है। वर्षेश,आपको इस वर्ष आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण शनि अपने बदलाव की प्रक्रिया और कोशिश को तेज करें,ग्रह आपके पक्ष में हैं। यदि आप प्रयास करें तो एक संभावना आपके विदेश यात्रा और नौकरी की आशा हो सकती है। शनि के प्रभाव में आप योजना बनाने में खुद को अधिक व्यावहारिक और दूरदर्शी पाएंगे, अतः आप उचित कदम उठाएंगे।
धन
आर्थिक दृष्टिकोण से भी यह वर्ष पिछली परिस्थिति में कुछ बदलाव लेकर आएगा, परंतु ऐसी भी संभावना है कि सप्तम मुंथा और जन्मपत्रिका के चतुर्थ भाव के स्वामी पर राहु का प्रभाव कुछ धन प्रबंधन, कराने की स्थिति भी उत्पन्न कर सकता है। संभव है कि यह धन प्रबंधन आपके जमीन या मकान खरीदने के लिए किया जाए। ध्यान रखें भगवान गणेश जी की उपासना करना ना भूलें। संभव है कि आप कुछ धन आप समाज सेवा और परोपकार के के लिए खर्च कर सकते हैं।
स्वास्थ्य और व्यक्तिगत जीवन
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के संबंध में आपको अवश्य सावधानी रखनी होगी । खान-पान का विशेष ध्यान रखें । वर्षेश शनि होने से आपको लंबे समय या घंटों तक काम करना पड़ सकता है, जिस कारण खान-पान में लापरवाही हो सकती है, अतः अनदेखी ना करें।छोटी सी समस्या भी परेशान कर सकती है जिसके परिणामस्वरूप समय और धन की बर्बादी हो सकती है। आपको अधिक सक्रिय रहने की आवश्यकता है और अपने व्यायामों को अनदेखा न करें।
व्यक्तिगत जीवन
व्यक्तिगत जीवन में भी आपको सहयोग की मात्रा बढ़ सकती है, यद्यपि वैचारिक मतभेद समय-समय पर बना रहेगा, फिर भी परिस्थिति में पहले की अपेक्षा सकारात्मक बदलाव अवश्य होगा। आपकी जन्म पत्रिका के सप्तम भाव के स्वामी मंगल अष्टम भाव में हैँ, जोकि बाधाओं का भाव है, अतः जीवन में सौहार्द बनाए रखने के लिए अपनी विचार प्रक्रिया में थोड़ा सा बदलाव लाना आवश्यक है। मुंथा सप्तम है, आपकी जीवन संगिनी आपसे विशेष समय की मांग कर सकती हैं । आपको उम्मीदों पर खरा उतरना चाहिए क्योंकि आपके जीवन संगिनी के लिए कठिन समय हो सकता है और आपका उनको समय देना सुखदायक हो सकता है।
व्यक्तिगत उपाय
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The Energization of the Gemstones
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Personalized Puja for you:
इसके अलावा, हम आपको हमारी शनि केतु शापित दोष निवारण पूजा सेवा का लाभ उठाने की भी सलाह देते हैं, जो इस दोष के प्रभाव को कम करने के लिए बहुत आवश्यक है।
परिचय
शनि सीमाओं का ग्रह है और केतु प्रतिबंधों और अवरोधों का प्रतिनिधित्व करता है। तो इन दो ग्रहों के संयोजन से जीवन में आपकी प्रगति की गति धीमी हो जाएगी। यह एसोसिएशन जीवन में एक उच्च स्थिति प्राप्त करने और जीवन में बेहतर चीजों के लिए लक्ष्य बनाने के लिए आपके झुकाव को कम करेगा। यह आपको जीवन में बड़ी उदासीनता प्रदान करता है। इस संयोजन के कारण आपको अपने उन प्रयासों का उचित फल नहीं मिलने की संभावना बढ़ जाती है। शनि केतु शापित दोष निवारण पूजा इस दोष के बुरे प्रभावों को दूर करने का सबसे प्रभावी वैदिक तरीका है।
यह काम किस प्रकार करता है ?
शनि केतु शापित दोष निवारण पूजा में कलश की पूजा और अन्य पांच महत्वपूर्ण देवताओं, अर्थात् गणेश, शिव, मातृका, नवग्रह, और प्रधान - देवता शामिल हैं। पूजा में शनि (23000 बार) और केतु (17000 बार) के बीज मंत्र का जाप व पाठ करना शामिल है। फिर, होम (हवन) अनुष्ठान किया जाता है जिसमें घी, सीसम, जौ और भगवान शनि और केतु से संबंधित अन्य पवित्र सामग्री अग्नि को अर्पित की जाती है। शनि के 2300 मंत्र और केतु के 1700 मंत्रों का पाठ किया जाएगा। यज्ञ व होम आपकी कुंडली में शापित दोष के बुरे प्रभाव को दूर करने के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है। अधिकतम सकारात्मक परिणाम प्राप्त करने के लिए, पूजा निकटतम सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त में की जाएगी, जो कि केतु या शनि के नक्षत्र में और शनिवार या मंगलवार को होगी। मुहूर्त के दौरान पूजा को पूरा करने के लिए गणेशास्पीक्स एक आचार्य के नेतृत्व में 4 पुजारियों की एक टीम नियुक्त करेगा जो वैदिक अनुष्ठानों को शास्त्रानुसार पूरा करेंगे।
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लाभ
- शापित दोष के नकारात्मक प्रभाव को दूर करें
- पिछले जीवन के अभिशाप से मुक्ति प्राप्त करें
- कॅरियर और व्यवसाय में स्थिरता लाएं
- प्रियजनों के साथ जुड़े रहें
- जीवन में भय और चिंता के मुद्दों पर काबू पाएं
- वैवाहिक जीवन में शांति और सद्भाव बनाए रखें
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Your Personal Astrologer
आचार्या अन्वेषी
Birth Particulars | |
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Gender Male | Latitude 20N36 |
Birth Date 01 Jan 2012 | Longitude 72E55 |
Birth Day Saturday | Lagna Libra-12:17:29 |
Birth Time 23:00 hrs | Aynamsh 23:29:34 |
Birth Place Valsad | Moon Sign Aquarius |
Country India | Birth Nakshatra Purvabhadrapad |
Timezone 0530 hrs | Nakshatra Pada 3 |
Avakhada Chakra (Your Birth Panchang) | |
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Description: The table shown here contains various astrological terms which are obtained from your own Moon's position. Hence, this table is very useful in Vedic Astrology as it shows your own personalized information. This helps the native to determine the compatibility with others. | |
Birth Yog Shiddhi | Birth Vasya Manav |
Birth Karan Balav | Birth Yoni Simha |
Birth Varga Sarp | Birth Gana Manushya |
Birth Varna Kshudra | Birth Yunja Antya |
Birth Tatva Vayu | Birth Nadi Adhya |
Ghaat Chakra | |
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Description: As the name suggests, Ghaat literally means negative or inauspicious. This table shows your personalized negative phenomenon of Panchang in which you should take extra care and precaution. Plus, the suggested day, tithi, month, nakshatra etc... should also be avoided to initiate any new or auspicious work. | |
Month Chaitra | Tithi Shukladwitiya |
Day Thursday | Nakshatra Aadra |
Yog Gand | Karan Kistughna |
Prahar Third | MaleMoon Sagittarius |
FemaleMoon Gemini |
Grah | Rashi-Ansh | Nakshatra-Pad | Ra Swa | Na Swa | Awastha |
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Lagna | Libra- 12:17:29 | Swati -2 | Venus | Rahu | Yuva |
Sun | Aquarius- 11:13:54 | Satbhisha -2 | Saturn | Rahu | Kumar |
Moon | Aquarius- 28:16:51 | Purvabhadrapad -3 | Saturn | Jupiter | Mruta |
Mars | Taurus- 04:28:29 | Krutika -3 | Venus | Sun | Mruta |
Mercury | Aquarius- 13:33:13-C | Satbhisha -3 | Saturn | Rahu | Yuva |
Jupiter | Aquarius- 03:29:22-C | Dhanistha -4 | Saturn | Mars | Balya |
Venus | Capricorn- 04:21:28 | Uttarashadha -3 | Saturn | Sun | Mruta |
Saturn | Gemini- 04:18:26 | Mrugshirsh -4 | Mercury | Mars | Balya |
Rahu | Sagittarius- 01:36:37 | Mool -1 | Jupiter | Ketu | Balya |
Ketu | Gemini- 01:36:37 | Mrugshirsh -3 | Mercury | Mars | Balya |
Harshal | Libra- 04:03:42 | Chitra -4 | Venus | Mars | Balya |
Neptune | Scorpio- 16:03:09 | Anuradha -4 | Mars | Saturn | Yuva |
Pluto | Virgo- 12:46:42 | Hast -1 | Mercury | Moon | Yuva |
Moon Chart
Navamsha
Jupiter (16y) Age -9
- Antar
- Begining
- Ending
Jupiter | 26 Mar 1964 | 13 May 1966 |
Saturn | 13 May 1966 | 22 Nov 1968 |
Mercury | 22 Nov 1968 | 27 Feb 1971 |
Ketu | 27 Feb 1971 | 03 Feb 1972 |
Venus | 03 Feb 1972 | 02 Oct 1974 |
Sun | 02 Oct 1974 | 21 Jul 1975 |
Moon | 21 Jul 1975 | 18 Nov 1976 |
Mars | 18 Nov 1976 | 25 Oct 1977 |
Rahu | 25 Oct 1977 | 18 Mar 1980 |
Saturn (19y) Age 6
- Antar
- Begining
- Ending
Saturn | 18 Mar 1980 | 20 Mar 1983 |
Mercury | 20 Mar 1983 | 25 Nov 1985 |
Ketu | 25 Nov 1985 | 03 Jan 1987 |
Venus | 03 Jan 1987 | 03 Mar 1990 |
Sun | 03 Mar 1990 | 13 Feb 1991 |
Moon | 13 Feb 1991 | 13 Sep 1992 |
Mars | 13 Sep 1992 | 22 Oct 1993 |
Rahu | 22 Oct 1993 | 26 Aug 1996 |
Jupiter | 26 Aug 1996 | 08 Mar 1999 |
Mercury (17y) Age 25
- Antar
- Begining
- Ending
Mercury | 08 Mar 1999 | 02 Aug 2001 |
Ketu | 02 Aug 2001 | 30 Jul 2002 |
Venus | 30 Jul 2002 | 28 May 2005 |
Sun | 28 May 2005 | 03 Apr 2006 |
Moon | 03 Apr 2006 | 02 Sep 2007 |
Mars | 02 Sep 2007 | 29 Aug 2008 |
Rahu | 29 Aug 2008 | 17 Mar 2011 |
Jupiter | 17 Mar 2011 | 21 Jun 2013 |
Saturn | 21 Jun 2013 | 27 Feb 2016 |
Ketu (7y) Age 42
- Antar
- Begining
- Ending
Ketu | 27 Feb 2016 | 25 Jul 2016 |
Venus | 25 Jul 2016 | 24 Sep 2017 |
Sun | 24 Sep 2017 | 30 Jan 2018 |
Moon | 30 Jan 2018 | 31 Aug 2018 |
Mars | 31 Aug 2018 | 27 Jan 2019 |
Rahu | 27 Jan 2019 | 14 Feb 2020 |
Jupiter | 14 Feb 2020 | 20 Jan 2021 |
Saturn | 20 Jan 2021 | 28 Feb 2022 |
Mercury | 28 Feb 2022 | 25 Feb 2023 |
Venus (20y) Age 49
- Antar
- Begining
- Ending
Venus | 25 Feb 2023 | 24 Jun 2026 |
Sun | 24 Jun 2026 | 24 Jun 2027 |
Moon | 24 Jun 2027 | 21 Feb 2029 |
Mars | 21 Feb 2029 | 23 Apr 2030 |
Rahu | 23 Apr 2030 | 21 Apr 2033 |
Jupiter | 21 Apr 2033 | 19 Dec 2035 |
Saturn | 19 Dec 2035 | 16 Feb 2039 |
Mercury | 16 Feb 2039 | 15 Dec 2041 |
Ketu | 15 Dec 2041 | 14 Feb 2043 |
Sun (6y) Age 69
- Antar
- Begining
- Ending
Sun | 14 Feb 2043 | 04 Jun 2043 |
Moon | 04 Jun 2043 | 04 Dec 2043 |
Mars | 04 Dec 2043 | 10 Apr 2044 |
Rahu | 10 Apr 2044 | 04 Mar 2045 |
Jupiter | 04 Mar 2045 | 21 Dec 2045 |
Saturn | 21 Dec 2045 | 03 Dec 2046 |
Mercury | 03 Dec 2046 | 09 Oct 2047 |
Ketu | 09 Oct 2047 | 14 Feb 2048 |
Venus | 14 Feb 2048 | 13 Feb 2049 |
Moon (10y) Age 75
- Antar
- Begining
- Ending
Moon | 13 Feb 2049 | 14 Dec 2049 |
Mars | 14 Dec 2049 | 15 Jul 2050 |
Rahu | 15 Jul 2050 | 13 Jan 2052 |
Jupiter | 13 Jan 2052 | 13 May 2053 |
Saturn | 13 May 2053 | 12 Dec 2054 |
Mercury | 12 Dec 2054 | 12 May 2056 |
Ketu | 12 May 2056 | 11 Dec 2056 |
Venus | 11 Dec 2056 | 11 Aug 2058 |
Sun | 11 Aug 2058 | 10 Feb 2059 |
Mars (7y) Age 85
- Antar
- Begining
- Ending
Mars | 10 Feb 2059 | 09 Jul 2059 |
Rahu | 09 Jul 2059 | 26 Jul 2060 |
Jupiter | 26 Jul 2060 | 02 Jul 2061 |
Saturn | 02 Jul 2061 | 10 Aug 2062 |
Mercury | 10 Aug 2062 | 07 Aug 2063 |
Ketu | 07 Aug 2063 | 03 Jan 2064 |
Venus | 03 Jan 2064 | 04 Mar 2065 |
Sun | 04 Mar 2065 | 10 Jul 2065 |
Moon | 10 Jul 2065 | 08 Feb 2066 |
Rahu (18y) Age 92
- Antar
- Begining
- Ending
Rahu | 08 Feb 2066 | 19 Oct 2068 |
Jupiter | 19 Oct 2068 | 13 Mar 2071 |
Saturn | 13 Mar 2071 | 15 Jan 2074 |
Mercury | 15 Jan 2074 | 02 Aug 2076 |
Ketu | 02 Aug 2076 | 20 Aug 2077 |
Venus | 20 Aug 2077 | 18 Aug 2080 |
Sun | 18 Aug 2080 | 12 Jul 2081 |
Moon | 12 Jul 2081 | 10 Jan 2083 |
Mars | 10 Jan 2083 | 28 Jan 2084 |